Yash Dayal Biography – यश दयाल बायोग्राफी

यश दयाल एक उभरते हुए भारतीय क्रिकेटर हैं, जो बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में खेलते हैं। उनकी गेंदबाजी की विशेषता उनकी सटीक लाइन और लेंथ, स्विंग क्षमता और विविधता है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश की ओर से शानदार प्रदर्शन किया और इसके बाद उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलने का मौका मिला। यश दयाल ने बहुत कम समय में अपने खेल कौशल से क्रिकेट जगत में पहचान बना ली है।
यश दयाल | |
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पूरा नाम | यश सविन दयाल |
जन्म तिथि | 13 दिसंबर 1997 |
जन्म स्थान | प्रयागराज (इलाहाबाद), उत्तर प्रदेश, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
बॉलिंग स्टाइल | लेफ्ट-आर्म फास्ट मीडियम |
बैटिंग स्टाइल | बाएं हाथ के बल्लेबाज |
भूमिका | गेंदबाज |
टीमें | रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, गुजरात टाइटन्स, उत्तर प्रदेश |
IPL डेब्यू | 2022 – गुजरात टाइटन्स |
घरेलू डेब्यू | 2018 – उत्तर प्रदेश |
उपलब्धियां | IPL 2022 में शानदार गेंदबाज़ी, 2024 में RCB के लिए अंतिम ओवर में शानदार जीत |
प्रेरणा | जहीर खान |
इनकम (2025 अनुमानित) | ₹3-4 करोड़ (IPL + घरेलू क्रिकेट) |
सोशल मीडिया |
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
यश दयाल का जन्म 13 दिसंबर 1997 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। उनके पिता, चंद्रपाल दयाल, भी एक तेज गेंदबाज थे और रेलवे के लिए क्रिकेट खेला करते थे, हालांकि वे कभी शीर्ष स्तर तक नहीं पहुँच पाए। लेकिन उन्होंने यश को क्रिकेट के प्रति जागरूक किया और उनका मार्गदर्शन किया। यश की माँ एक गृहिणी हैं और उनका एक बहन भी है।
यश का बचपन सामान्य लेकिन अनुशासित था। उनके पिता ने बचपन से ही उन्हें खेल के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने इलाहाबाद में ही अपनी शुरुआती पढ़ाई की और बचपन से ही क्रिकेट के प्रति जुनून दिखाया। यश जब मात्र 10 साल के थे, तब उन्होंने नियमित रूप से गेंदबाजी करना शुरू कर दिया था। उनके पिता ने उन्हें बाएं हाथ से गेंदबाजी करने की सलाह दी क्योंकि उस समय लेफ्ट-आर्म पेसर्स की मांग अधिक थी।
क्रिकेट करियर की शुरुआत
यश दयाल ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत उत्तर प्रदेश की अंडर-19 टीम से की थी। धीरे-धीरे वे राज्य स्तरीय टूर्नामेंटों में नजर आने लगे और घरेलू क्रिकेट में अपनी जगह बनाने लगे। 2018-19 के रणजी ट्रॉफी सीज़न में उन्होंने उत्तर प्रदेश की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया। उस सीज़न में उन्होंने शानदार गेंदबाजी की और कई महत्वपूर्ण विकेट चटकाए।
रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छे प्रदर्शन के बाद यश पर चयनकर्ताओं की नजर पड़ी। वे लगातार अपनी गति, स्विंग और अनुशासित लाइन से बल्लेबाजों को परेशान करने लगे। उनका आत्मविश्वास और फिटनेस उन्हें एक प्रभावी गेंदबाज बनाता गया।
आईपीएल करियर
यश दयाल की असली पहचान उन्हें तब मिली जब उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलने का मौका मिला। उन्हें 2022 की नीलामी में गुजरात टाइटन्स ने 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा। आईपीएल 2022 यश दयाल के लिए खास रहा क्योंकि उन्होंने अपनी गेंदबाजी से दर्शकों और क्रिकेट विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया।
गुजरात टाइटन्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने कई अहम मौकों पर विकेट झटके और अपनी टीम की जीत में योगदान दिया। उन्होंने नई गेंद और डेथ ओवर दोनों में अच्छा प्रदर्शन किया। उनकी बाएं हाथ की तेज गेंदबाजी और स्विंग के कारण वे टीम के मुख्य गेंदबाजों में गिने जाने लगे।
हालाँकि, आईपीएल 2023 में एक मुकाबले में रिंकू सिंह ने यश की आखिरी ओवर की पांच गेंदों पर लगातार पाँच छक्के जड़ दिए थे। यह मैच क्रिकेट इतिहास में यादगार बन गया। इस घटना के बाद यश को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा और वे मानसिक रूप से प्रभावित भी हुए। लेकिन उन्होंने खुद को संभाला, कड़ी मेहनत की और फिर से वापसी की।
वापसी और संघर्ष
रिंकू सिंह के हाथों मिली हार के बाद यश दयाल कुछ समय तक क्रिकेट से दूर रहे। उन्हें स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने इस समय को खुद को फिर से तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने अपने फिटनेस स्तर को बेहतर किया, अपनी गेंदबाजी पर काम किया और धीरे-धीरे दोबारा मैदान पर लौटे।
2024 में हुए आईपीएल ऑक्शन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने यश दयाल को टीम में शामिल किया। उन्होंने इस अवसर को बखूबी निभाया और एक बार फिर खुद को साबित किया। यश ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए आलोचकों को जवाब दिया और बताया कि एक बुरा दिन किसी खिलाड़ी की काबिलियत को कम नहीं करता।
खेल शैली
यश दयाल की सबसे बड़ी ताकत है उनकी स्विंग गेंदबाजी। वे नई गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा सकते हैं। इसके अलावा उनके पास अच्छी यॉर्कर, बाउंसर और स्लोअर बॉल की विविधता है। उनकी रन-अप स्मूथ है और डिलिवरी में नियंत्रण है। वे अधिकतर विकेट-टू-विकेट गेंदबाजी करते हैं और बल्लेबाजों को गलती करने पर मजबूर करते हैं।
वे एक शांत और फोकस्ड खिलाड़ी हैं जो मैदान पर कम बोलते हैं लेकिन अपने प्रदर्शन से जवाब देते हैं। उनकी कार्यशैली में अनुशासन और निरंतरता साफ दिखाई देती है।
निजी जीवन
यश दयाल का स्वभाव शांत और सरल है। वे अपने परिवार के बेहद करीब हैं और हर उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं। सोशल मीडिया पर वे बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं रहते, लेकिन अपने फैन्स से जुड़ने के लिए कभी-कभी पोस्ट करते हैं। वे फिटनेस और योग को जीवन का अहम हिस्सा मानते हैं।
निष्कर्ष
यश दयाल की कहानी प्रेरणादायक है—एक छोटे शहर से उठकर भारतीय क्रिकेट के मंच तक पहुँचने की। उनके संघर्ष, समर्पण और आत्मविश्वास ने उन्हें एक सफल तेज गेंदबाज बनाया है। उन्होंने यह साबित किया कि असफलता चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो, अगर इरादे मजबूत हों, तो वापसी ज़रूर होती है। आने वाले समय में यश दयाल भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकते हैं, और क्रिकेट प्रेमी उनसे बड़ी उम्मीदें रखते हैं।