सचिन तेंदुलकर बायोग्राफी – Sachin Tendulkar Biography

सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ी माने जाते हैं। उन्हें “क्रिकेट का भगवान” भी कहा जाता है। उनके करियर और उपलब्धियों को देखते हुए, उनका योगदान क्रिकेट के इतिहास में अद्वितीय है। आइए जानते हैं सचिन तेंदुलकर के बारे में कुछ खास जानकारी
सचिन तेंडुलकर | |
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पूरा नाम | सचिन रमेश तेंडुलकर |
जन्म तिथि | 24 अप्रैल 1973 |
जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
बैटिंग स्टाइल | दाएं हाथ के बल्लेबाज |
बॉलिंग स्टाइल | दाएं हाथ के पार्ट-टाइम गेंदबाज (ऑफ ब्रेक, लेग ब्रेक, मीडियम पेस) |
भूमिका | शीर्ष क्रम बल्लेबाज |
टीमें | भारत, मुंबई, मुंबई इंडियंस, यॉर्कशायर |
अंतरराष्ट्रीय डेब्यू | टेस्ट: 15 नवंबर 1989 बनाम पाकिस्तान |
घरेलू डेब्यू | 1988 – मुंबई |
जर्सी नंबर | 10 (ODI & T20I) |
उपलब्धियां | 100 अंतरराष्ट्रीय शतक, भारत रत्न (2014), वर्ल्ड कप विजेता (2011), सबसे ज़्यादा रन |
पत्नी | अंजलि तेंडुलकर |
बच्चे | सारा तेंडुलकर, अर्जुन तेंडुलकर |
प्रेरणा | सुनील गावस्कर |
इनकम (2025 अनुमानित) | ₹120 करोड़ (ब्रांड एंडोर्समेंट्स, इन्वेस्टमेंट्स, BCCI पेंशन, आदि) |
नेट वर्थ | ₹1250+ करोड़ (2025 अनुमान) |
सोशल मीडिया | Instagram | Twitter |
सचिन तेंदुलकर पारिवारिक पृष्ठभूमि
- पिता का नाम: रामेश्वर तेंदुलकर (हिंदी साहित्यकार)
- माता का नाम: राजनी तेंदुलकर
- पत्नी: अंजलि तेंदुलकर (जो एक डॉक्टर हैं)
- बच्चों के नाम: सारा तेंदुलकर (बेटी), अर्जुन तेंदुलकर (बेटा)
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट करियर
- सचिन ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 1989 में की थी। वे 16 साल की उम्र में भारत के लिए टेस्ट मैच में खेले थे।
- वे एक महान बल्लेबाज के रूप में प्रसिद्ध हुए। उनके पास क्रिकेट की सभी फॉर्मेट्स (वनडे, टेस्ट और T20) में रिकॉर्ड हैं।
- वे दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक बनाए।
मुख्य उपलब्धियाँ
- टी20 वर्ल्ड कप (2007): भारत ने यह वर्ल्ड कप जीता, और सचिन भी टीम का हिस्सा थे, हालांकि उन्होंने उस टूर्नामेंट में ज्यादा मैच नहीं खेले।
- वर्ल्ड कप 2011: सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में पहले कभी वर्ल्ड कप नहीं जीता था, लेकिन 2011 में भारत ने श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप जीता। यह सचिन के लिए एक ऐतिहासिक जीत थी, क्योंकि यह उनका आखिरी वर्ल्ड कप था।
- 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक: यह एक अद्वितीय रिकॉर्ड है जो अभी तक कोई और खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया।
- 200 रन: सचिन तेंदुलकर ने 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में 200 रन बनाए थे, जो एक अद्वितीय रिकॉर्ड था। वे एकदिवसीय क्रिकेट में भी पहले बल्लेबाज बने थे जिन्होंने 200 रन का आंकड़ा पार किया था।
संज्ञानात्मक रिकॉर्ड
- सचिन तेंदुलकर ने कुल 200 टेस्ट मैच खेले और उनमें 15921 रन बनाए, जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है।
- उन्होंने 463 वनडे मैच खेले और उसमें 18426 रन बनाए, जो वनडे क्रिकेट में भी सबसे ज्यादा रन हैं।
- वे अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 200 वनडे मैचों में 30 से ज्यादा शतक और 50 से ज्यादा अर्धशतक लगाए।
अवार्ड्स और सम्मान
- भारत रत्न (2014): सचिन तेंदुलकर को 2014 में भारत के सबसे बड़े नागरिक सम्मान, भारत रत्न, से सम्मानित किया गया। वे इस सम्मान से नवाजे जाने वाले सबसे युवा व्यक्ति हैं।
- पद्मविभूषण (2008) और पद्मश्री (1999): ये दोनों पुरस्कार उन्हें भारत सरकार से प्राप्त हुए।
- राजीव गांधी खेल रत्न (1997-98): यह भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
आंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास
- सचिन ने 16 नवंबर 2013 को अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था, जो भारत और वेस्ट इंडीज के बीच मुंबई में हुआ था।
- उनके संन्यास के समय क्रिकेट जगत में एक युग का अंत हुआ था। लाखों क्रिकेट प्रेमियों ने उनके आखिरी मैच में भाग लिया और उनका स्वागत किया।
बाहरी क्षेत्र
- सचिन ने क्रिकेट के अलावा कई अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाई है। वे समाजसेवी, एडवोकेट, और कई चैरिटी में भी सक्रिय हैं।
- वे एक बेहतरीन मेंटर भी रहे हैं और IPL (इंडियन प्रीमियर लीग) में मुंबई इंडियन्स के लिए खेल चुके हैं।
- वे कभी भारतीय राजीव गांधी चैरिटी ट्रस्ट के सदस्य भी रहे हैं और विभिन्न सामाजिक कारणों के लिए काम करते रहे हैं।
व्यक्तिगत जीवन और दिलचस्प तथ्य
- सचिन तेंदुलकर बचपन में बहुत शर्मीले थे, लेकिन क्रिकेट के प्रति उनका जुनून उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा।
- उनकी खेल शैली में एक खास बात थी, उनका बैटिंग टेक्निक विश्वभर में प्रेरणादायक था।
- उनकी किताब “Playing It My Way” भी बहुत पॉपुलर रही है, जिसमें उन्होंने अपने करियर के बारे में विस्तार से बताया है।
सचिन तेंदुलकर का योगदान क्रिकेट के इतिहास में अनमोल रहेगा। उन्होंने न केवल भारत बल्कि पूरे क्रिकेट जगत में अपनी छाप छोड़ी है।
सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स (टेस्ट, वनडे, और T20) में शानदार रन बनाए हैं। यहां उनकी रनों की जानकारी दी जा रही है
1. टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) में रन
- कुल टेस्ट मैच: 200
- कुल रन: 15,921
- औसत: 53.78
- स्ट्राइक रेट: 51.10
- सौ (100s): 51
- पचास (50s): 68
- शतक का सबसे बड़ा स्कोर: 248* (नाबाद)
- सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में कुल 15,921 रन बनाए, जो अब तक किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक रन हैं। उनका औसत (53.78) भी बहुत शानदार है, और उन्होंने 51 शतक और 68 अर्धशतक भी बनाए हैं।
2. वनडे क्रिकेट (One Day International) में रन
- कुल वनडे मैच: 463
- कुल रन: 18,426
- औसत: 44.83
- स्ट्राइक रेट: 86.23
- सौ (100s): 49
- पचास (50s): 96
- शतक का सबसे बड़ा स्कोर: 200* (नाबाद)
- सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में 18,426 रन बनाए, जो अभी तक किसी भी खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक हैं। उन्होंने 49 शतक और 96 अर्धशतक भी बनाए हैं। उनका एकदिवसीय में 200 रन का स्कोर (2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) अब तक कोई और खिलाड़ी नहीं तोड़ सका।
3. T20 क्रिकेट (Twenty20 International) में रन
- कुल T20I मैच: 1 (सिर्फ एक T20I मैच खेला)
- कुल रन: 10
- औसत: 10.00
- स्ट्राइक रेट: 83.33
- सचिन तेंदुलकर ने केवल 1 T20I मैच खेला और उसमें 10 रन बनाए। उनका T20I करियर बहुत छोटा था, क्योंकि वे मुख्य रूप से टेस्ट और वनडे क्रिकेट के विशेषज्ञ थे।
4. कुल रन (सभी फॉर्मेट्स मिलाकर)
- कुल रन (Test + ODI + T20I): 34,357
- सचिन तेंदुलकर के कुल रन, यानी टेस्ट, वनडे और T20I मिलाकर, 34,357 हैं। यह आंकड़ा उनके अविस्मरणीय क्रिकेट करियर की पूरी कहानी बयां करता है।
5. विशेष रिकॉर्ड्स
- 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक: सचिन तेंदुलकर पहले क्रिकेटर हैं जिन्होंने 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक पूरे किए। इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बहुत बड़ा चुनौती है।
- 200 रन का रिकॉर्ड: वे पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने एकदिवसीय मैच में 200 रन का आंकड़ा पार किया। यह रिकॉर्ड उन्होंने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया।
- सर्वाधिक रन (टीम इंडिया के लिए): सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं, और वे भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे बड़े रन स्कोरर हैं।
सचिन तेंदुलकर के रनों की कोई सीमा नहीं है। उनके आंकड़े और रिकॉर्ड उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और क्रिकेट के प्रति उनके प्रेम को दर्शाते हैं।