ऋषभ पंत (Rishabh Pant) भारतीय क्रिकेट टीम के एक प्रतिभाशाली विकेटकीपर-बल्लेबाज़ हैं, जिनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी शैली और मैदान पर ऊर्जा ने उन्हें बहुत कम समय में क्रिकेट प्रशंसकों के बीच लोकप्रिय बना दिया है। उन्होंने न केवल घरेलू क्रिकेट में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग से सभी का ध्यान खींचा है।
ऋषभ पंत | |
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पूरा नाम | ऋषभ राजेन्द्र पंत |
जन्म तिथि | 4 अक्टूबर 1997 |
जन्म स्थान | रुड़की, उत्तराखंड, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
बैटिंग स्टाइल | बाएं हाथ के बल्लेबाज |
भूमिका | विकेटकीपर-बल्लेबाज |
टीमें | भारत, दिल्ली कैपिटल्स, दिल्ली |
अंतरराष्ट्रीय डेब्यू | टी20I: 1 फरवरी 2017 बनाम इंग्लैंड |
घरेलू डेब्यू | 2015 – दिल्ली |
जर्सी नंबर | 17 |
उपलब्धियां | ब्रिसबेन टेस्ट हीरो 2021, सबसे तेज़ टेस्ट शतक (Ind vs Eng), ICC एमर्जिंग प्लेयर 2018 |
प्रेरणा | महेंद्र सिंह धोनी |
इनकम (2025 अनुमानित) | ₹20-30 करोड़ (BCCI ग्रेड A, IPL, ब्रांड एंडोर्समेंट) |
सोशल मीडिया | Instagram | Twitter |
ऋषभ पंत प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि
ऋषभ राजेंद्र पंत का जन्म 4 अक्टूबर 1997 को रूड़की, उत्तराखंड में हुआ था। बचपन से ही उन्हें क्रिकेट का शौक था। उनके पिता, राजेंद्र पंत, उनके पहले प्रेरणास्रोत थे। ऋषभ ने बहुत कम उम्र में ही दिल्ली जाकर क्रिकेट को गंभीरता से अपनाया। उन्होंने सोननेट क्रिकेट एकेडमी (दिल्ली) में प्रशिक्षक तारक सिन्हा से कोचिंग ली, जो पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर चुके थे।
पंत को अपनी कड़ी मेहनत और लगन के कारण कम उम्र में ही अंडर-19 टीम में जगह मिल गई। उन्होंने 2016 अंडर-19 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें उनका सबसे तेज अर्धशतक (18 गेंदों में) बहुत चर्चा में रहा।
ऋषभ पंत घरेलू क्रिकेट करियर
ऋषभ पंत ने 2015-16 के रणजी ट्रॉफी सीज़न में दिल्ली की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने 2016 में महाराष्ट्र के खिलाफ सिर्फ 48 गेंदों में शतक जड़कर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। इसके अलावा, उन्होंने त्रिपुरा के खिलाफ 308 रन बनाकर रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज़ों में से एक बन गए।
इस प्रदर्शन के कारण उन्हें जल्द ही भारत की A टीम में जगह मिली और फिर राष्ट्रीय टीम का दरवाज़ा खुला।
ऋषभ पंत आईपीएल करियर
ऋषभ पंत का आईपीएल करियर भी बेहद शानदार रहा है। उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने 2016 में खरीदा था। उन्होंने आईपीएल में कई यादगार पारियाँ खेलीं हैं। 2018 में उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 128* रनों की तूफानी पारी खेली थी, जो आईपीएल इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक मानी जाती है।
2021 में उन्हें दिल्ली कैपिटल्स का कप्तान नियुक्त किया गया। उनकी कप्तानी में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया और प्लेऑफ तक पहुँची।
ऋषभ पंत अंतरराष्ट्रीय करियर
वनडे और टी20 डेब्यू
ऋषभ पंत ने 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 डेब्यू किया और 2018 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ वनडे डेब्यू किया। शुरू में वे अपनी आक्रामक शैली के कारण आलोचना का शिकार भी हुए, लेकिन जल्द ही उन्होंने खुद को साबित कर दिया।
टेस्ट डेब्यू
पंत ने 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में ओवल में शतक जड़कर इतिहास रच दिया। वह इंग्लैंड में टेस्ट शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बने। इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में भी टेस्ट शतक लगाए।
2020-21 ऑस्ट्रेलिया सीरीज
ऋषभ पंत का सबसे यादगार प्रदर्शन 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रहा, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में गाबा टेस्ट में नाबाद 89 रन बनाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इस जीत को भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीतों में गिना जाता है, और पंत को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
ऋषभ पंत की खेल शैली और विशेषताएं
पंत एक बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज़ हैं जो स्पिन और तेज़ दोनों गेंदबाज़ों के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाते हैं। वह विकेटकीपिंग में भी दिन-ब-दिन सुधार कर रहे हैं। उन्हें धोनी का उत्तराधिकारी माना जाता है, और उन्होंने उस भरोसे को सही भी साबित किया है।
उनकी कुछ प्रसिद्ध विशेषताएं
- आक्रामक और आत्मविश्वास भरी बल्लेबाज़ी
- लंबे छक्के लगाने की क्षमता
- विपरीत परिस्थितियों में मैच जीतने की योग्यता
- लगातार सुधार करते रहना
दुर्घटना और वापसी
दिसंबर 2022 में ऋषभ पंत की कार का भयानक एक्सीडेंट हुआ, जब वे उत्तराखंड में अपने घर जा रहे थे। उन्हें गंभीर चोटें आईं और लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। उनकी घुटनों की सर्जरी हुई और वे महीनों तक रिहैब में रहे।
लेकिन पंत की जुझारू मानसिकता ने एक बार फिर उन्हें मैदान पर लौटने की प्रेरणा दी। 2024 में उन्होंने फिर से दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करते हुए आईपीएल में वापसी की। उनकी वापसी को क्रिकेट जगत ने एक साहसिक कहानी के रूप में सराहा।
ऋषभ पंत का व्यक्तिगत जीवन
ऋषभ पंत निजी जीवन में बेहद सरल और जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं। उनकी माँ सरोज पंत ने हमेशा उनके करियर में साथ दिया है। पंत को गाड़ी चलाना, म्यूजिक सुनना और फिटनेस का बहुत शौक है।
सम्मान और उपलब्धियां
- सबसे तेज़ टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय विकेटकीपर
- इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में टेस्ट शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर
- 2021 ICC मेन्स इमर्जिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर
- गाबा टेस्ट में नाबाद 89* को ICC ने 2021 की बेस्ट टेस्ट पारी माना
- अर्जुन अवार्ड (2023)
निष्कर्ष
ऋषभ पंत सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं — एक ऐसे खिलाड़ी, जो हर बार विपरीत परिस्थितियों से निकल कर आगे बढ़ा है। मैदान पर उनकी ऊर्जा, आक्रामकता, और जज्बा युवा पीढ़ी को उत्साहित करता है। चाहे वह ऑस्ट्रेलिया में गाबा की जीत हो या दुर्घटना से वापसी, ऋषभ पंत ने हर बार साबित किया कि असली सितारे वही होते हैं जो मुश्किलों में चमकते हैं।